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Important Drinking Milk Tips in Hindi

दूध पीने के खास नियम – Important Drinking Milk Tips in Hindi

दूध को सुपर फूड माना गया है। हमारे यहां आयुर्वेद में भी इसकी काफी अहमियत बताई गई है। यह कई तरह के पोषक तत्वों जैसे कैल्शियम, प्रोटीन, आयोडीन, पोटैशियम, फॉस्फोरस, विटामिन बी-12 और विटामिन बी-2 का अच्छा सोर्स है। इसलिए यह अपने आप में एक पूर्ण आहार भी है। नियमित तौर पर रोजाना दूध लेने से ताकत और रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) बढ़ती है। लेकिन दूध पीने के भी कुछ नियम हैं। आज इन्हीं नियमों के बारे में बता रहें है

dengue fever in hindi

डेंगू बुखार क्या है? what is dengue fever in hindi

डेंगू बुखार, मच्छरों द्वारा फैले डेंगू वायरस के चार में से किसी एक कारण से होता है जो मानव आवास में और उसके आसपास पनपता है। जब एक मच्छर डेंगू वायरस से संक्रमित व्यक्ति को काटता है, तो वायरस मच्छर में प्रवेश करता है। जब संक्रमित मच्छर फिर किसी अन्य व्यक्ति को काटता है, तो वायरस उस व्यक्ति के रक्तप्रवाह में प्रवेश करता है।

Surya Namaskar In Hindi

Surya Namaskar In Hindi | सूर्य नमस्कार : सम्पूर्ण माहिती

सूर्य नमस्कार के द्वारा त्वचा रोग समाप्त हो जाते हैं अथवा इनके होने की संभावना समाप्त हो जाती है। इस अभ्यास से कब्ज आदि उदर रोग समाप्त हो जाते हैं और पाचन तंत्र की क्रियाशीलता में वृद्धि हो जाती है। 
इस अभ्यास के द्वारा हमारे शरीर की छोटी-बड़ी सभी नस-नाडि़यां क्रियाशील हो जाती हैं, इसलिए आलस्य, अतिनिद्रा आदि विकार दूर हो जाते हैं।

Homemade Cleanser in Hindi

घर पर तैयार क्लींजर से करें चेहरे की सफाई – Homemade Cleanser in Hindi

चेहरा साफ़ करने के लिए उसे धोना ही काफी नहीं है बल्कि गहराई से सफ़ाई भी ज़रूरी है। इस तरह सफ़ाई न होने के कारण त्वचा पर मुंहासे, ब्लैक हैड्स होने के साथ ही त्वचा बेजान और रूखी भी नज़र आती है। त्वचा को दाग़-धब्बे रहित व चमकदार बनाए रखने के लिए घरेलू क्लींज़र अच्छा ज़रिया हैं। ये त्वचा को साफ़ करने के साथ ही निखरा और मुलायम बनाते हैं।

Asthma Patient Diet in Hindi

सर्दियों में अस्थमा मरीज के लिए डाइट – Asthma Patient Diet in Hindi

सर्दी का मौसम जहां स्वस्थ लोगों के लिए सौगात बनकर आता है तो वहीं अस्थमा के रोगियों के लिए परेशानी का सबब भी रहता है। अस्थमा रोगियों के लिए खासकर चढ़ती और उतरती सर्दी ज्यादा घातक होती है, क्योंकि इस दौरान मौसम में तेजी से बदलाव होता है। इससे उनमें सांस चलने की समस्या काफी बढ़ जाती है। अब जबकि मकर संक्रांति के बाद सूरज अपनी दिशा बदलेगा तो बदलते मौसम में अस्थमा रोगियों को कुछ ज्यादा सतर्कता रखनी होगी। घर के बाहर निकलने पर इन्हें अपने मुंह और नाक को मास्क या कपड़े से कवर करके रखना होगा। इसके अलावा डाइट में कुछ चीजों को शामिल करने से भी अस्थमा के मरीजों को थोड़ी सहूलियत हो सकती है। एसे मे हम आपको बताने जा रहे हे तीन असरदार तरीके…