आज के विपरीत, अतीत में लोगों को प्राकृतिक उपचार और एंटीबायोटिक्स प्रदान करने के लिए हमैं कुदरत पर निर्भर रहना पड़ता था। मानव जीवन को इतना उंचाइ तक बढ़ाने के लीए हम आधुनिक चिकित्सा का बहोत ऋणी हैं, फिर भी प्राकृतिक उपचार के लिए एक जगह है।
आज कल बढ़ती हुई एंटी बायोटिक रेजिस्टेंस ने हमे फिर से प्राकृतिक इलाज करवाने के लिए मजदूर कर दिया है।
कहि बार जब जब हमारी आधुनिक चिकित्सा पद्धति हमारी बीमारी को ठीक करने में फ़ैल होती है तब हमे फिर से प्राकृतिक चिकित्सा ही अपनाती पड़ती है
ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हे कुछ कुदरती एंटी बिओटिक्स जो की हमारी आज की मॉडर्न एंटी बायोटिक के विकल्प है जो हमारे पूर्वजो आज से सदीओ पहले उनका प्रयोग करते आये हे
जैसा कि विज्ञान दिखाता है कि 10 में 4 लोग
मोडर्न मेडीसीन के साइड इफेक्ट्स का अनुभव करते हैं जो पारंपरिक एंटीबायोटिक्स लेने के बाद पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचाते हैं, यह कोई आश्चर्य नहीं है कि इन दिनों प्राकृतिक एंटीबायोटिक्स एक ट्रेंन्ड बनी हैं।